नमस्कार किसान भाइयों आज के लेख में हम जीवामृत खाद बनाने की विधियों (jivamrut fertilizers) के बारे में विस्तार से जानेंगे जिसमें जीवामृत बनाने की विधि,जीवामृत से होने वाले फायदे और उपयोग के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
जीवामृत खाद बनाने की विधि | Method of making jivamrut organic fertilizers
अब हम इस लेख में वेस्ट डिकम्पोज़र के माध्यम से कैसे तरल जैविक खाद (जीवामृत) को बनाया जाता है,इस बात पर चर्चा करेंगे -
जीवामृत बनाने आवश्यक सामग्री -
- गोमूत्र - 10 लीटर
- गाय का गोबर - 5 किलो
- गुड़ - 2 से 3 किलो ग्राम
- बेसन - 1 किलो ग्राम
- ड्रम - 200 से 250 लीटर
- मिटटी - बरगद के पेड़ के नीचे की मिटटी (जीवाणुउक्त)
जीवामृत तैयार करने की विधि | jivamrut khad banane ki vidhi in hindi
- सबसे पहले 200 से 250 लीटर क्षमता का एक प्लास्टिक का ड्रम लेते है।
- ड्रम को हमेशा छांव में रखे ।
- ऊपर दिए हुवा सभी सामग्री का घोल तैयार करके ड्रम में डाले और ड्रम में पानी 200 लीटर तक भरे
- ड्रम को ऊपर से किसी महीन सूती कपड़े से ढक दे।
- इसको सुबह शाम घडी के गति के अनुसार लकड़ी के डंडे से हिलाये।
- फिर कम से कम 6 से 7 दिनों तक सड़ने के लिए छोड़ देते हैं। फिर 8 वे दिन फसल को दिया जाता है।
जीवामृत प्रति एकड़ मात्रा -
तैयार जीवामृत खाद को 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से ड्रिप से या ड्रेंचिंग या बहाव के माध्यम से फसल में छोड़े।
जीवामृत फसल को कब देना है | jivamrut uses in hindi
जीवामृत बुवाई या रोपाई करने के बाद पहली सिचाई पर या 21 दिनों बाद फसल को देना चाहिए।
जीवामृत से होने वाले फायदे | Benefits of jivamrut Khad
- जीवामृत उपयोग करने से जीवाणु भूमि में उपस्थित अन्नद्रव्य (नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, जिंक आदि) को तैयार करके पौधो की जड़ों में पँहुचाते है। जो उपज को बढ़ाने में सहायक हैं।
- पौधों में आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करते हैं।
- भूमि की उर्वरा शक्ति बनी रहती हैं और उसको बढ़ाने मे सहायक है।
- जीवामृत का प्रयोग करके उगाई गई सब्जी, फल, अनाज देखने में सुंदर और खाने में भी अधिक स्वादिष्ट होते हैं।
- बीजों की अंकुरण क्षमता भी बढ़ती है।
आपको जीवामृत बनाने की विधि (method of making jivamrut organic fertilizers) पर यह लेख पढ़कर कैसा लगा यह हमें कमेंट में बताना न भूलें,और इस लेख को अपने अन्य किसान मित्रों के साथ भी शेयर करें। धन्यवाद!
Tags
जीवामृत खाद
